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User:Janendra Kumar

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जीवन के कई सत्य हैं...


जीवन के कई सत्य हैं... पर लोग उन सच्चाईयों  को दूसरों से जानना नहीं चाहते..!

कुछ हुनर सिख लो कल्पित जिंदगी के !

लोगों को पहचान पाना इतना आसान नहीं..!

अब तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता..!

सच है कि सच्चा नहीं लगता...!

न जाने किस झूठ ने ज्यादा खतरा पैदा किया...

कि सच भी अब झूठ लगने लगा ....!

अब तो लगता है कि जीना सिखना होगा,

अपनी जिंदगी से इतिहास लिखना होगा,

कितने दें और उदाहरण

अब तो खुद ही उदाहरण बनना होगा  !!

अगर आप सही रास्ते में चल रहे हैं

तो यह भी प्रभु की कृपा है...

अगर आप सफल हो रहे हैं

तो ये भी प्रभु की कृपा है

रंग में रंग छिपा है.. और चेहरे में चेहरा...!

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