User:Dr.Mahenhra1961
'महेंद्र मधुकर'
जन्म तिथि - 2 जनवरी, 1940 सीतामढ़ी (बिहार) पिता - स्मृतिशेष पण्डित उपेन्द्रनाथ मिश्र ‘मंजुल’ शिक्षा - एम.ए. (हिन्दी तथा संस्कृत) स्वर्णपदक प्राप्त, पीएच.डी. (बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर), डी.लिट् (पटना विश्वविद्यालय) शिक्षण-कार्य - बी.आर.अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग में 1962 से 2000 तक अध्यापन, प्रोफेसर एवं अध्यक्ष। विशेष सम्मान - यू.जी.सी. हिन्दी के एमेरिटस प्रोेफेसर विशिष्ट कार्य - साहित्य अकादेमी पुरस्कार के पूर्व जूरी सदस्य, बिहार राष्ट्रभाषा पुरस्कार समिति के पूर्व सदस्य तथा संघ लोक सेवा आयोग से संबद्ध। रचनात्मक लेखन- उपन्यास (प्रकाशित) 1. त्रयम्बकं यजामहे (राजकमल प्रकाशन, दिल्ली) 2. लोपा मुद्रा (प्रभात प्रकाशन, दिल्ली) 3. दमयंती और भी (भारत पुस्तक भंडार, दिल्ली) 4. बरहम बाबा की गाछी (स्वराज प्रकाशन, दिल्ली) 5. कस्मै देवाय (राजपाल एण्ड संस, दिल्ली) प्रकाशनाधीन उपन्यासः 1. वक्रतुण्ड 2. देवराज इंद्र: स्वर्ग का लंपट 3. नटखेला 4. वासवदत्ता 5. मैत्रेयी 6. अरण्यानी 7. वसंत सेना प्रकाशित काव्य-संकलन 1. आषाढ़ के बादल (गीत) 1958 2. अस्वीकृत इंद्रधनुष (गीत) 3. आगे दूर तक मरूथल है (कविता) 4. हरे हैं शालवन (गीत) 5. मुझे पसंद है पृथ्वी (गीत) 6. अब दिखेगा सूर्य (गीत) 7. तमाल-पत्र (गीत) 8. शिप्रावात (गीत) 9. प्रतिपदा (गीत) (आरंभिक कविताएँ) 10. किसी नई ऋतु में (कविताएँ) प्रकाशित आलोचना-ग्रंथ 1. महादेवी की काव्य-चेतना (1967) 2. भारतीय काव्यशास्त्र में उपमा अलंकार 3. काव्यभाषा के सिद्धान्त 4. मेधदूत पर व्याख्यान
प्रकाशनाधीन आलोचना-ग्रंथ 5. भारतीय काव्यशास्त्र (राजकमल प्रकाशन, दिल्ली) 6. हिन्दी का नया काव्यशास्त्र (राजकमल प्रकाशन, दिल्ली) प्रकाशित ललित निबंध 1. छाप तिलक सब छीनी प्रकाशनाधीन शताधिक निबंधों के कई संकलन प्रकाश्य। प्रकाशित व्यंग्य- संकलन 1. माँगूँ सबसे बैर 2. बयान कलमबंद पत्र-पत्रिकाओं में लेखनः 1. धर्मयुग 2. साप्ताहिक हिन्दुस्तान 3. अक्षरा 4. वागर्थ 5. गगनांचल 6. सरिता 7. आउटलुक हिन्दी 8. इंडिया टुडे 9. दैनिक हिन्दुस्तान में ‘मनसावाचा कर्मणा’ स्तंभ में 2016 से नियमित ब्लाग लेखन जारी। 10. कादम्बिनी 11. लहर (1958 से 1967 तक नियमित लेखन) 12. युयुत्सा (कलकत्ता) में अनेक आलेख प्रकाशित। 13. अनासक्ति दर्शन (अंतरराष्ट्रीय पत्रिका) में अनेक आलेख प्रकाशित। संपादन 1. ‘नया आलोचक’ साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका का अखिल भारतीय स्तर पर दिल्ली से 1983 से 1992 तक प्रकाशन। 2. भारत सरकार द्वारा गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘अनासक्ति दर्शन’ के प्रधान संपादक के रूप में 2004 से 2010 तक संपादन-कार्य। 3. ‘पराशक्ति श्री सीता और अवतरण-भूमि सीतामही’ का संपादन (राजभाषा विभाग द्वारा पुरस्कृत) 4. ‘सीता‘-परिणयम्’ (संस्कृत महाकाव्य) का संपादन। प्रकाशनाधीन- जीवनी ‘कभी भूल जा कभी याद कर’ सम्मान-पुरस्कार- अनेक स्वर्णपदक तथा प्रायः सत्तर से अधिक सम्मान प्राप्त। यात्राएँ- 1998 से अबतक अनेक बार अमेरिका तथा यूरोप की यात्राएँ। कैलिफोर्निया के बर्कली यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग में व्याख्यान और सम्मान। 2009 के साहित्य अकादेमी में कवि गुलजार एवं डाॅ. गंगा प्रसाद विमल द्वारा ‘काव्यभाषा के सिद्धान्त’ पुस्तक का लोकार्पण। व्याख्यानः भारत के निम्नलिखित विश्वविद्यालयों में 1965 से आजतक अनेक बार व्याख्यान-कार्य जारीः 1. दिल्ली विश्वविद्यालय 2. विश्वभारती, शांति निकेतन 3. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ 4. गुरुनानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर (15 दिनों तक अध्यापन) 5. गुवाहाटी विश्वविद्यालय, गौहाटी 6. लखनऊ विश्वविद्यालय 7. पटना विश्वविद्यालय 8. आंध्र विश्वविद्यालय 9. मद्रास विश्वविद्यालय 10. बम्बई विश्वविद्यालय 11. महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा 12. कोलकाता विश्वविद्यालय 13. प्रेसिडेंसी कालेज, कोलकाता 14. गोरखपुर विश्वविद्यालय 15. विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन 16. राँची विश्वविद्यालय 17. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय आदि-आदि। विश्व हिन्दी सम्मेलनः 1983 में दिल्ली में आयोजित तृतीय विश्व हिन्दी सम्मेलन की सभा संख्या 6 की अध्यक्षता। 1957 से फिल्मी पत्रिका अभिनय (कलकता से प्रकाशित) में गीत एवं अनेक आलेख प्रकाशित 1958 से संपादक विश्वनाथ बूबना द्वारा बम्बई सिने जगत् के मशहूर कलाकारों का साक्षात्कार तैयार करने का कार्य-भार अंधेरी बम्बई में अभिनेता प्रेम अदीब के घर दस दिन निवास पुनः कविवर गोपाल सिंह नेपाली के मलाड चिंचोली स्थित निवास पर दस दिन उनके साथ रहने का सौभाग्य और सत्संग। घोड़बंदर रोड में कवि भरत व्यास के ‘भरत भवन’ में अनेक बार काव्य-चर्चा। पुनः 1966 में प्रसिद्ध पाश्र्वगायक तलत महमूद के तुलसी अपार्टमेंट खार पाली रोड में तीन दिन निवास। सिने जगत की सभी मशहूर हस्तियों से सम्पर्क अबतक कायम। 2014 की 14 जनवरी को कलानगर मुम्बई में आयोजित स्क्रीन अवार्ड के समारोह में ‘क्लब 60’ फिल्म की गजल ‘‘रूह में फासले नहीं होते’’ के नामिनेशन पर होस्ट शाहरूख खान द्वारा मंच पर सम्मानित। इसके अतिरिक्त एक भोजपुरी फिल्म ‘कब अइबू अंगनवा हमार’ में ‘मन में पिरितिया पिरा गइल बा’ गीत को अत्यधिक प्रसिद्धि प्राप्त। 1961 में आचार्य देवेन्द्रनाथ शर्मा के मुजफ्फरपुर आवास पर अतिथि रहे कविवर हरिवंश राय ‘बच्चन’ के साथ एक सप्ताह तक सत्संग एवं कवि-सम्मेलन में मंच से काव्य-पाठ। दूरदर्शन से निदा फाजली, बेकल उत्साही, जानकीवल्लभ शास्त्री आदि प्रख्यात कवियों के साथ मंच से काव्य-पाठ।