Jump to content

User:Angrakshak Suraj

From Wikipedia, the free encyclopedia

अंगरक्षक सूरज उर्फ सूरज कुमार (जन्म 10 अक्टूबर 2001)एक युवा कवि एवं नवोदित अभिनेता हैं इनका जन्म स्थान (कदवा बोड़वा टोला, नवगछिया, भागलपुर, बिहार) इनका जन्म क्षत्रिय सोनार परिवार में हुआ था। इनके माता का नाम श्रीमती अनीता देवी एवं पिता का नाम श्री अरूण कुमार सोनी (क्षत्रिय) है।

इन्होंने अपना अंगरक्षक नाम अपने जन्मभूमि से प्रेरित होकर रखा क्योंकि इनके पैतृक जिला भागलपुर पड़ता है और इस क्षेत्र को महाभारत काल में अंगप्रदेश के नाम से जाना जाता था और मनुष्य का कर्तव्य होता है कि अपनी जन्मभूमि की रक्षा करना इसलिए अंग प्रदेश के रक्षक होने के नाते अपना नाम स्वयं अंगरक्षक सूरज रख लिया।


इन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर 2020 में सांस्कृतिक कार्यक्रम में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 16 राज्यों में से 14 राज्यों को पीछे छोड़ते हुए बिहार को द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जिसमें तत्कालीन राज्यपाल एवं वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मूर्मू ने इन्हें सम्मानित किया।

तिलका मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के राष्ट्रीय सेवा योजना के सक्रिय NSS के ग्रुप लिडर के तौर पर इन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जिसके एवज में उन्हें अपने समूह में विभिन्न अवसरों पर सम्मानित किया गया। इन्होंने सक्रिय स्वयंसेवक की भूमिका का निर्वहन करते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आंदोलन, स्वच्छता योजना, पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान कार्यक्रम, वृक्षारोपण कार्यक्रम, मतदाता जागरूकता, कोरोना महामारी से सुरक्षा आदि का नेतृत्व किया।

शिक्षा

उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा माध्यमिक उच्च विद्यालय कदवा से प्राप्त कि उन्होंने 2016में दसवीं एवं 2018 में बारहवीं की की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके पश्चात् तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के अंतर्गत मारवाड़ी महाविद्यालय से हिंदी प्रतिष्ठा विषय से स्नातक परीक्षा पास की। अपनी आगे की पढ़ाई हेतु इन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी का रूख किया। इन्होंने BHU काशी हिंदू विश्विद्ययालय से स्नातकोत्तर पूरा किया।

रचनाएं

मंजिल, पागल , इश्क का आवारा परिंदा, सत्य की खोज, रंगभूमि, नई प्रेम की नई कहानी, एक चांद का टुकड़ा, वह प्रिया थी (हिंदी रचनाएं), हम्मे (अंगिका रचना)

रचना कर्म

इनकी रचनाएं शैली प्रोढ़ एवं मानवीय संवेदना की यथार्थ अभिव्यक्ति है । इनकी रचनाएं कई पत्र पत्रिकाओं में छपी है जिसमें - मालिनी, प्रतिलिपि, पल्लव,BHU कला इत्यादि।