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User:2334582Sandra

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परफॉर्मिंग आर्ट्स में अनुशासन का महत्त्व


परफॉर्मिंग आर्ट्स जैसे कि नृत्य, संगीत, नाटक, और अभिनय वो कलाएँ हैं जहाँ अनुशासन का बहुत बड़ा योगदान होता है। इन कलाओं में शारीरिक मेहनत जितनी बहुत जरूरी है, उतनी ही मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी होता है। अनुशासन उस कलाकार के लिए केवल और केवल उसकी कला में निपुणता पाने का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। ऐसी एक कलाकार को अनुशासन देता है और रोज़ाना अभ्यास करता हुआ अपनी कला को अच्छा करने में मदद करता है।

मैं 6 साल से भरतनाट्यम कर रही हूँ। भरतनाट्यम सीखने में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण होता है। यहाँ, नृत्य के दौरान शरीर में होने वाले हर मूवमेंट को समझना और महसूस करना भी अनुशासन का हिस्सा है, और यह नृत्य में आगे बढ़ने के लिए बहुत जरूरी होता है।

अभ्यास और अनुशासन

अभ्यास में अनुशासन का मतलब मेरे कहने का अर्थ बस रोजाना अभ्यास ही नहीं बल्कि उस में पूरा ध्यान और समर्पण ही है। कोई कलाकार चाहे कुछ भी हो अनुशासित हमेशा अपनी कला में कुछ न कुछ सुधारने की कोशिश करता है और अपने समय का सही उपयोग करता है ताकि वह अपने लक्ष्यों को हासिल कर सके।

अनुशासन और मानसिक संतुलन

अनुशासन परफॉर्मिंग आर्ट्स में सिर्फ शारीरिक अभ्यास तक ही सीमित नहीं है। यह मानसिक अनुशासन भी सिखाता है। जब एक कलाकार मंच पर होता है, तो उसे अपने मन और भावनाओं पर पूरा नियंत्रण रखना पड़ता है। चाहे वह नृत्य हो, गायन हो या अभिनय, कलाकार को शांत और ध्यान केंद्रित रहना चाहिए ताकि वह अपनी प्रस्तुति को बेहतरीन बना सके। अगर किसी कलाकार का ध्यान भटक जाए या वह घबरा जाए, तो उसकी पूरी प्रस्तुति खराब हो सकती है। इसलिए, मानसिक अनुशासन बहुत जरूरी है।

अनुशासन कलाकार को आत्म-नियंत्रण और सहनशीलता की शिक्षा देता है। कई बार कलाकार को असफलता का सामना करना पड़ता है, इसलिए अनुशासन के बिना वह हार नहीं मानता और जल्दी ही अपनी कला में सुधार करता रहता है। इस प्रकार उसे समय का प्रबंधन करना भी सिखाता है।

समय प्रबंधन और अनुशासन

अनुशासन समय के इस सही प्रबंधन के रूप में परफॉर्मिंग आर्ट्स में बहुत जरूरी है। एक कलाकार को खुद की कला के साथ-साथ कई अन्य कामों का भी ध्यान रखना पड़ता है। अनुशासन की मदद से वह अपने अभ्यास, रिहर्सल और दूसरे जरूरी कामों के लिए समय निर्धारित कर सकता है। बिना अनुशासन के, वह कलाकार अपनी कला को सही दिशा में नहीं ले जा सकता।


अनुशासन और प्रदर्शन

जब कलाकार अनुशासित होते हैं, तो उनका प्रदर्शन भी शानदार होता है। मंच पर सही तरीके से नृत्य करने, सुर में गाने या भावनाओं को सही तरह से दिखाने के लिए अनुशासन जरूरी है। यह कलाकार को उसकी प्रस्तुति को सफल और प्रभावशाली बनाने में मदद करता है.


परफॉर्मिंग आर्ट्स में अनुशासन कलाकार की तरक्की व सफलता के लिए बेहद जरूरी है। यह मानवता को समग्रत: शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है। अनुशासन के बिना कलाकार अपनी कला में कुशल नहीं हो सकता और न ही अच्छा प्रदर्शन कर सकता। इसलिए परफॉर्मिंग आर्ट्स में अनुशासन न केवल जरूरी है, बल्कि यह कलाकार की सफलता की दिशा में पहला कदम है।

धन्यवाद!


Sandra Manoj 3 BSC PSYH B 2334582

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